हमने क्या-क्या पढ़ा किताबों से

हमने क्या-क्या पढ़ा किताबों से हमको क्या-क्या मिला किताबों से   लोग आपस में भिड़ गये, लेकर अपना-अपना ख़ुदा किताबों से   इल्मो-तहज़ीब की वो तालीमें हो गई हैं हवा किताबों से   हमने मांगी वफ़ा, दिया तुमने फाड़ कर इक सफ़ा किताबों से   पारसां कितने हो गये मुंसिफ़ दे रहे फ़ैसला किताबों से